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Operation SINDOOR : rafale के सवाल पर पाक पीएम के दावे की धज्जियां उड़ी, पाक के 40 सैनिक, 100 आतंकी ढेर

ऑपरेशन सिंदूर का लेखा-जोखा :

  • पाक के 40 सैनिक-अफसर, 100 आतंकी ढेर
  • हमारे 05 जवान शहीद
  • पाकिस्तान के फाइटरजेट भी गिराये, संख्या नहीं बताएंगे
  • 06 से 09 मई तक की रातों में पाक की हरकतों का सच आया सामने
  • पाक सेना घुसपैठियों के रूप में भारत में घुसने की कोशिश कर रही है
  • जिन हथियारों और तरीकों का उपयोग किया, उनका जैसा चाहा वैसा ही असर हुआ
  • जान लो पाक-ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है

RNE Bikaner.

आखिरकार भारतीय सेना ने रविवार शाम ऑपरेशन सिंदूर का पूरा लेखा-जोखा मीडिया के सामने रख दिया। तीनों सेनाओं के प्रतिनिधियों ने खुलकर मीडिया के सवालों का जवाब भी दिया। लगभग 01 घंटा 11 मिनट लंबी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना के प्रतिनिधियों ने ऑपरेशन की खास बातें बताई। इस दौरान सामने आया कि इन चार दिनों मंे पाक सेना के 40 से अधिक जवान-अफसर मारे गये और 100 से ज्यादा आतंकी ढेर हो गये। भारतीय सेना के 05 जवान-अधिकारी शहीद हुए।

डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, एयर मार्शल अवधेश कुमार, वाइस एडमिरल ए.एन.प्रमोद ने ऑपरेशन सिंदूर की पूरी जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताई। आर्मी ने कहा, सेनाएं फ्रंट मोर्चे पर तैनात हैं। हम हर हमले का जवाब देने के ल‍िए अलर्ट हैं। ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्‍म नहीं हुआ है। ये बात पाक‍िस्‍तान को समझ में आ जाए तो अच्‍छा है।

वो मुख्य बातें जो भारतीय सेना के प्रतिनिधियों ने बताई :

पाकिस्तान की आर्मी ने घुसपैठ की कोशिश जरूर की थी। वे आतंकी थे या पाक कमांडो, ये कहना मुश्किल है, लेकिन उनकी कोशिश फेल की गई। हमने जो भी तरीके और हथियार इस्तेमाल किए उसका वही असर हु़आ जो हम चाहते थे। किस तरह के हथियार इस्तेमाल किए यह नहीं बताएंगे।

रणनीति :

  • जहां चोट पहुंचे, वहां हमला किया जाए और इस दिशा में एक त्वरित, समन्वित, सुनियोजित अटैक क‍िया गया।
  • पूरे पश्चिमी मोर्चे पर पाक‍िस्‍तान के एयर बेस, कमांड सेंटर, आर्मी इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर , एयर डिफेंस सिस्‍टम को निशाना बनाया।
  • जिन ठिकानों पर हमला किया, उनमें चकलाला, रफीक, रहीमयार खान, द सरगोधा, भुलरी और जैकोबाबाद शामिल हैं।
  • रहीमयार खान के रनवे को नुकसान पहुंचाया। चुन‍िया में रेडार अड्डे को तबाह क‍िया।
  • सकर में रेडार अड्डे को पूरी तरह नष्‍ट क‍िया।
  • एफ16 के अडडे सरगोधा को बर्बाद कर द‍िया।
  • मकसद यह संदेश देना था कि आक्रामकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
  • हमारे पास हर प्रणाली को निशाना बनाने की क्षमता है।

जानिये किस रात, क्या हालात :

8 मई को रात 8 बजे से कई पाकिस्तानी ड्रोन, लड़ाकू विमानों हमारे ठिकानों पर हमला किया। इनमें जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, अमृतसर, बठिंडा, डलहौजी, जैसलमेर शामिल थे। ये एक साथ लहराते आए। हमारी सभी एयर डिफेंस गन और अन्य सिस्‍टम उनका इंतजार कर रहे थे। इन सभी ड्रोंस को हमारी टीम ने बर्बाद कर द‍िया। इन हमलों से ज़मीन पर कोई नुकसान नहीं हुआ।


7-8 मई की रात को फर्क ये था कि 7 मई को ज्यादा ड्रोन थे पर 8 को ज्यादा कॉडकॉप्टर भी थे। ये जासूसी के लिए हो सकते थे।

6-7 मई की रात को पाकिस्तान के किसी मिलिट्री ठिकाने निशाना नहीं बनाया, लेकिन 7 मई को पाकिस्तान ने हमारे मिलिट्री ठिकाने और सिविल एरिया को निशाना बनाया तब हमने उनके एयर डिफेंस सिस्टम और रडार को निशाना बनाया।

..और पाक से यूं आया सीजफायर का फोन :

पाक‍िस्‍तानी डीजीएमओ की तरफ से बात करने के लिए 10 मई की सुबह हॉट लाइन पर मैसेज आया। इसके बाद 15:35 बजे डीजीएमओ के साथ बात हुई। सीजफायर की बात बनी लेकिन जैसी हमें उम्मीद थी वैसा ही हुआ। चंद घंटों में ही पाक‍िस्‍तान ने सीजफायर का उल्‍लंघन क‍िया। इसके बाद तीनों सेनाओं को कार्रवाई की पूरी छूट दे दी गई।

समुद्र में भी मुस्तैदी :

पहलगाम आतंकी हमले के बाद नेवी ने अपने एसेस्ट्स डिप्लॉय कर दिए थे। समंदर में टेस्ट भी किए। पाकिस्तान की नेवी को डिफेंसिव पॉश्चर में रहने को मजबूर किया। वह पूरे टाइम अपने हार्बर में रहे।

निशाना आतंक के ठिकानों पर :

मुदस्‍सर हाफ‍िज जमाल, यूसुफ अजहर और ज्‍यादार बड़े आतंक‍ियों को मार ग‍िराया। ऑपरेशन सिंदूर का मकसद ही आतंकवादियों को दंडित करना है। आतंकियों के 9 शिविर थे। इनमें से कुछ पीओजेके में थे जबकि अन्य पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में थे। सभी 9 आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों में 100 आतंकवादी मारे गए। भारतीय वायुसेना के प्रकोप से डरकर कई आतंकवादी शिविरों से भाग गए।

रफाल के सवाल का ये है जवाब :

क्या ऑपरेशन सिंदूर के दौरान रफाल को नुकसान पहुंचा है? सवाल का जवाब एयर मार्शल ए.के. भारती ने बड़ी खूबसूरती से दिया।

कहा, “युद्ध में नुकसान होना सामान्य है। मुख्य बात यह है कि क्या हमने अपना लक्ष्य हासिल किया? इसका जवाब है- बिल्कुल हां। बाकी विवरणों पर अभी टिप्पणी नहीं करूंगा क्योंकि हम अब भी संघर्ष की स्थिति में हैं और किसी भी जानकारी से दुश्मन को फायदा मिल सकता है। इतना कहूंगा कि हमारे सभी पायलट सुरक्षित घर लौट आए हैं।”